मेरा बचपन
याद आता है वो जमशेदपुर... वो जुबली पार्क का समा, वो बुलेट का सफर और गलियों की हवा, वो बिष्टुपुर की रौनक और शाम का समा, वो जमशेदपुर के मुहल्ले और मुहल्लों में भटकना, याद आता है वो जमशेदपुर...
वो सुबह सुबह जल्दी उठना और स्कूल जाना, स्कूल लेट पहुंचना, छुट्टी के समय गपशप करके आना, वो जनवरी की सर्दी, वो बारिशों में साइकिल चलाना, वो गर्मी के दिन, और छुट्टी का सारा महीना, वो मम्मी का प्यार, वो पापा की डांट, याद आता है वो जमशेदपुर...
दोस्तों का बतकही, वो दोस्तों की टशन, याद आता है वही शाम को चार-पॉँच घंटे गप्पे करना, घर में डांट पड़ना और दोस्तों के साथ वक़्त बिताना, याद आता है वो जमशेदपुर... याद आता है वो जमशेदपुर !!
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36 comments:
सचमुच बहुत याद आता है वो बचपन सुहाना वो शहर और घर अपना..
यादें बचपन की- अखबारों के पतंग बना..
ऊर्मी जी!
आपने बीती हुई यादों का सजीव चित्रण किया है।
बधाई!
गाँवों की गलियाँ, चौबारे,
याद बहुत आते हैं।
कच्चे-घर और ठाकुरद्वारे,
याद बहुत आते हैं।।
छोड़ा गाँव, शहर में आया,
आलीशान भवन बनवाया।
मिली नही शीतल सी छाया,
नाहक ही सुख-चैन गँवाया।
बूढ़ा बरगद, काका-अंगद,
याद बहुत आते हैं।।
bahut khoob hain yeh yaaden
बचपन के सुहाने दिन की याद ---
कचोटता है
सुन्दर चित्रण है आपकी कविता मे.
नए ब्लोग की बधाई
Tatanagar or Tata I think that is more popular. Bistupur crossing and the markets on the Main Road, D. Menghani's shop, markets at the back road, Ghosal hotel and Nadia sweets, Dimna lake and Jubilee park( boating at the Jhil). This was the place where some poets used to meet stsrting from Nadia Sweet ending at Aambagannear Sakchi. A sweet kid often used tp hear our poetry staying behind the curtain. Mujhe ooaps dila do O din
O zindagi
O pagalpan
O sayari.
apni jameen aur apna samay yaad aata hi hai.
bahut badhiya.......ye na puchho kya bas bahut badhiya ;)
बहुत याद आता है बचपन ...!!
nice
सुन्दर कविता के लिये बधाई। यादें सच में प्यारी होती हैं।
भई वाह... क्या कमाल का है जमशेदपुर.. अपन तो पानीपत से गये बहुत पर रहे कहीं नहीं.. आपकी अनुभूति अच्छी लगी..
waah urmiji,
bahut khoob !
phool k haath me phool dekh kar
anand a gaya............
aapke jamshedpur me aapke bachpan
se judi aapki yaadon ki mahak
humne bheetar tak mahsoos ki..........
badhaai !
nanha sa pyara sa bachapan ,adbhut hota ye aangan .meethi yaade sundar hai .
बहुत खूब याद किया है..जमशेदपुर!!
अच्छा लगा नया ब्लॉग..शुभकामनाऐं.
bahut khoob , badi rochak yaden hai aapki.
बबली जी आप दो बधाईयों की हकदार हैं...सबसे पहली बधाई आपको इस नए ब्लॉग की, आपने इस ब्लॉग को इतना सुन्दर बनाया है की प्रशंशा के लिए शब्द नहीं मिल रहे...भीने रंग और नयनाभिराम चित्र मिल कर कमाल का समां बाँध रहे हैं...बहुत बहुत बहुत बहुत सुन्दर ब्लॉग...आपने कैसे और कहाँ से टेम्पलेट लिया हमें भी सिखाईये न...और दूसरी बधाई इस लाजवाब रचना के लिए जो हर उसको जो अपने शहर गाँव से दूर है , अपने घर बाहर की याद दिला जाती है...अपना शहर जहाँ बचपन बीता सबसे सुन्दर लगता है... वाह वा...
नीरज
वाह आगाज ही जोरदार है !
एक उम्र के बाद सभी को अपने अपने जमशेदपुर शिद्दत से याद आते हैं. बचपन को याद दिलाती एक बढ़िया रचना
बहुत सुन्दर...........शायरी के बाद अब कविताओ वाला ब्लाग.....बहुत उम्दा.
और अपने ब्लाग का आरम्भ भी आपने कितनी सुन्दर रचना से किया है......बस यूँ हीं अच्छी अच्छी रचनायें हमे पढने को मिलती रहे....आभार.
स्वागत है.
मै तो अपने बचपन की स्मृतियों और छोटे छोटे अनुभवों से उर्जा प्राप्त करता हूँ उन्हे कविता और गद्य मे ढालता हूँ ..यह कला सीख्नना ज़रूरी है // बहरहाल बहुत अच्छा लगा आपके इस ब्लॉग को देखकर -शरद कोकास ,
बहुत खूब
जब रात है ऐसी मतवाली फिर सुबह का आलम क्या होगा
"yaad inhi yado ke sahare bhi kabhi jiya jata hai ....dil me dafan yaad kabhi marham banke aati hai to kabhi dard bankar .....supreb bahut hi accha likha hai ...aur haan...AAPKO AAPKE NAYE BLOG KE LIYE "eksacchai" KI AUR SE HARDIK SUBHECCHA."
----- eksacchai {AAWAZ}
http://eksacchai.blogspot.com
urmi ji,
aapka follower ban gaya hoon main...
achhi rachna likhi hai aapne...
aata rahunga...
Old Memories So beautiful !! Great post..
bacpan hi to hai jo sukhad anubhuti deta hai .
Likhte rahiye.Shubkamnayen.
jamshedpur yaani tatanagar..m i right...kher..bachpan ki yaade..aadmi ko hamesha pulkit rakhti he/ hnaa..aapne kavita ke liye blog open kiya..sukhad lagaa..,
shubhkamnaye
बचपन तो राज सिंहहासन होता है .बचपन तो ना लौटने वाले सुख होते है जो जीवन भर याद आते है .....बबली जी मे आज मेरे ब्लॉग की वर्षगाँठ है इस अवसर पर आपका स्वागत है .....
Is this written by you ?? very sweet one
waaqai mein bachpan bahut yaad aata hai........ aur khaaskar to wo jagah jahan humne bachpan bitaya hota hai.......... bachpan ka bahut hi sajeev chitran kiya hai aapne.........
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Aur haan! aapka yeh blog bahut hi khoobsoorat hai..........
naya blog create karne ke liye badhaai.......
बहुत सुंदर
तेज धूप का सफ़र
Amazing poetry...excellent presentation...
बीती हुई यादों का सुन्दर चित्रण
Very beautiful blog with very sentimental thoughts.
Yes ,it looks that our motherland always lives within.
I tell u that u have really written yr emotions in a unique way.
Dr.Bhoopendra
Atyadhik Sunder aapne to hamari bachpan ke saari yaadein Taaza kar diye
सुन्दर कविता के लिये बधाई। यादें सच में प्यारी होती हैं
कम शब्दों में बहुत सुन्दर कविता।
बहुत सुन्दर रचना । आभार
ढेर सारी शुभकामनायें.
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