झरना झरता जाये, झरना निरंतर, गाता सस्वर ! गीत गूंजते, मिल नाचे उर्मियाँ, खिले नयन ! सुन्दर शोभा, बहे पानी निर्मल, जगे झरना ! खूब नहाये, है आनंद मनाये, खिलखिलाएँ ! मधुर गीत, झरने के संग में, गाये पंछी ! निहारूँ इसे, ये बच्चों-सा उछले, अपूर्व दृश्य ! उमंग भरा, परिवार लगता, सदा अनूठा ! |
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Wednesday, February 8, 2012
Posted by Urmi at 3:47 AM 53 comments
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