संघर्ष ऐ ज़िन्दगी तुझसे रूठी मैं, मुझे मनाने की कोशिश न करना, मृत्यु के आलिंगन में जाऊं तो, मुझे बेवफ़ा न कहना ! तुझसे ही प्रेम किया था कभी, जीने की चाह भी थी तभी, तेरे ही गीत गाती रही, तेरे ही धुन पर नाचती रही ! समझी तो थी खुशी तुझे, गम ही गम समझती रही, सिर्फ़ ख़्वाब ही तो देखती रही, कभी परछाई तक भी न देखी ! तुझसे ही शिकवा करती रही, तेरे ही आस में जीती रही, तुझे तो समझ ही गयी मैं, तू मुझे समझ न सका ! अब तो संघर्ष चलता रहा, आखिर तुझसे हार ही गयी, शर्म से ढके चेहरे न दिखाऊं तुझे, तो तुम माफ़ कर देना मुझे ! |
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Saturday, February 20, 2010
Posted by Urmi at 9:05 PM
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18 comments:
अब तो संघर्ष चलता रहा,
आखिर तुझसे हार ही गयी,
शर्म से ढके चेहरे न दिखाऊं तुझे,
तो तुम माफ़ कर देना मुझे !
शिकायत वाजिब है!
यहाँ हर शख्श परेशान ही है यारों!
बहुत सुन्दर कविता है!
बधाई!
ऐ ज़िन्दगी तुझसे रूठी मैं,
मुझे मनाने की कोशिश न करना,
मृत्यु के आलिंगन में जाऊं तो,
मुझे बेवफ़ा न कहना !
acchee abhivykti.
कभी-कभी सोंचता हूँ कि हम कैसा प्रेम करते हैं कि उतने ही दुखी हो जाते हैं जितना कि कभी खुश थे!..ऐसा क्यों होता है..!
..आपकी कविता पढ़कर यह भाव जगा.
ऐ ज़िन्दगी तुझसे रूठी मैं,
मुझे मनाने की कोशिश न करना,
मृत्यु के आलिंगन में जाऊं तो,
मुझे बेवफ़ा न कहना !
जो लिख दिया सो लिख दिया
अब ऐसा मत लिखा करना!
deri se ane ki mafi chahta hoon..
हर रंग को आपने बहुत ही सुन्दर शब्दों में पिरोया है, बेहतरीन प्रस्तुति ।
जीवन एक संघर्ष है यह तो चलता हीं रहेगा ।
सुन्दर सदेश देती अच्छी रचना ।
रचना अच्छी है पर निराशावादी अभिव्यक्ति है....
संघर्ष जारी रहे.....
bahut he badhiya ji...
sundar bhaav..
तुझसे ही प्रेम किया था कभी,
जीने की चाह भी थी तभी,
तेरे ही गीत गाती रही,
तेरे ही धुन पर नाचती रही !
बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ.... मन मोह लिया कविता ने....
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www.lekhnee.blogspot.com
Regards...
Mahfooz..
ऐ ज़िन्दगी तुझसे रूठी मैं,
मुझे मनाने की कोशिश न करना,
मृत्यु के आलिंगन में जाऊं तो,
मुझे बेवफ़ा न कहना !such ! bahut achchi kavita...a real poem....
सच ही कहा है और क्या खूब कहा है
ऐ ज़िन्दगी तुझसे रूठी मैं,
मुझे मनाने की कोशिश न करना,
मृत्यु के आलिंगन में जाऊं तो,
मुझे बेवफ़ा न कहना !
Hello Urmiji,
Lovely blogs you do have. Thank you much for adding me in your friends list. I am happy to know a person who is so creative and talented.
Even I have written only one poem and translated few English poems in to Kannada.
I will be inspired by you to do more.
Happy holi......
आपको व आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें
रंग बिरंगे त्यौहार होली की रंगारंग शुभकामनाए
अब तो संघर्ष चलता रहा
और फिर संघर्ष ही तो जीवन है
शर्म से ढके चेहरे न दिखाऊं तुझे,
तो तुम माफ़ कर देना मुझे !
Kitna gahra bhav hein in akhiri do panktiyon me .....
Lazbaab !!
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