नन्हा बच्चा राह पर चलते चलते एक नन्हे बच्चे को रोता हुआ पाया, अपने ही शैशव की छवि को उसमें प्रतिबिम्बित देखा ! दर्द हुआ देखकर उस शिशु को बिन माँ के बिलखते हुए, भूख से तड़प रहा था और आँखों से आंसू टपक रहा था !कितने बेरहम होंगे जो अपनी संतान को छोड़ गया, उस परिस्थिति को देख मैंने ख़ुद को लाचार पाया ! न जाने अचानक से एक साधू बच्चे की ओर आ गए, ऐसा लगा मानो भगवान के रूप में साधू धरती पर पधारे ! नन्हे से बच्चे ने आश्चर्यचकित होकर साधू की ओर देखा, बिना रोये मुस्कुराते हुए साधू की गोद में चला गया ! उस शिशु को हँसता हुआ देखकर दिल को सुकून मिला, साधू ने उस नन्हे बच्चे को अपने आश्रम में आश्रय दिया ! |
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Friday, April 23, 2010
Posted by Urmi at 7:00 AM
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19 comments:
सुन्दर भावनाएं हैं ... दुनिया की सबसे खूबसूरत दृश्य है एक बच्चे के चेहरे पर मुस्कान ... इससे खूबसूरत चीज़ और कोई नहीं है !
बहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है
bahut hi bhawpurn prastuti...romanch ho aaya
नाईस जी चित्र भी नाईस कविता भी नाईस, बच्चा भःई नाईस
bahut hi achhi rachna ..mann ko mohne wale bhaw piroye hain aapne..
bahut behtareen abhiwyakti...
regards
http://i555.blogspot.com/
" sanvedansil ..aur gaherai bhari likhavat "
---- eksacchai { AAWAZ }
http://eksacchai.blogspot.com
bhavmay kavita .sunder abhivykti.
प्रशंसनीय ।
संवेदनशील अभिव्यक्ति..
बहुत अच्छा लिखते हो आप ... बहुत सुन्दर शुक्रिया !!
बहुत देर से आपके ब्लॉग पर था एक -एक करके आपकी सभी रचनाएं पड़ी बहुत ही सुंदर , दोनों ही ब्लॉग बहुत अच्छे हैं आपके !!
Kitni sundar Rachna hai apki !! Ek Ek shirsh param satya hai aur sochne par majboor kar deta hai !! Great Work.
are waah.....kitti pyaari kahaani hai....aur kavitaa bhi to....
prashanshniya rachna!! nanhe dil ke liye tadpta pyar, dekh kar achchha laga........:)
kabhi yahan aayen
kaneshh jindagi ka....
www.jindagikeerahen.blogspot.com
संवेदनशील अभिव्यक्ति..भावपूर्ण चित्रण !!
ghatna achhi hai ...inspiring hai ...par kavita ke roop me safal nahi lagti ... kavyatmak pahlu gayab hai..aisa mujhe laga..
सुन्दर भाव
सुन्दर भाव लिए हुए सशक्त रचना ...हम आपकी भावनाओ की कद्र करते है ....वाकई शानदार !
http://athaah.blogspot.com
उस शिशु को हँसता हुआ देखकर दिल को सुकून मिला,
साधू ने उस नन्हे बच्चे को अपने आश्रम में आश्रय दिया !
...सुन्दर भावनाएं ,प्रशंसनीय
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