तूफ़ान हर ख्वाइश पूरी हो जिसकी ऐसा कोई इंसान नहीं, हर कदम पे हार जाये कुछ भी हो वह तूफ़ान नहीं ! जीतना है अगर तो हारने पर हिम्मत न टूटे, जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे ! वक़्त भले ही कम हो पर जाना है हमको दूर, मुश्क़िलों का कर सामना मंज़िल पाना मंज़ूर ! कितना भी तूफ़ान आ जाये पर हौसला कम न हो, कदम लड़खड़ाये भले पर गिरने का गम न हो ! |
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Monday, December 12, 2011
Posted by Urmi at 9:52 PM
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34 comments:
जीतना है अगर तो हारने पर हिम्मत न टूटे,
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे !
.....वाह क्या बात है खूबसूरत रचना मधुर गजल बहुत दिनों बाद पढने को मिली ...बबली जी
हर ख्वाइश पूरी हो जिसकी ऐसा कोई इंसान नहीं...
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे!
क्या बात है... बहुत खूब कहा आपने... सबक याद रखना चाहिए हमे...
'जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे!'
सुन्दर!
हौसला बना रहे!
लेखनी चलती रहे...
शुभकामनाएं!
सही कहा .
.जीतना है अगर तो हारने पर हिम्मत न टूटे,
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे !...बहुत खुबसूरत रचना..बबली जी..
अच्छी रचना बबली जी...
हौसला ना टूटे....
शुभकामनाएं,
हौसला न छूटे तूफान तो यूँ ही चला जाता है.
हौसला न टूटे...बहुत अच्छा संदेश दिया है,बधाई|
जोश भरा संदेश और प्रेरक कविता है।
सार्थक सन्देश देती रचना ..हौसला बना रहना चाहिए
अति सुन्दर |
शुभकामनाएं ||
dcgpthravikar.blogspot.com
quite motivating poem.
हर ख्वाइश पूरी हो जिसकी ऐसा कोई इंसान नहीं...
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे!.....bahot hi achcha......stay positive is d mantra to move on....
bahut achi hai :)
बहुत सही.. जीने के हौसले को बढाती रचना अच्छी लगी..
जीतना है अगर तो हारने पर हिम्मत न टूटे,
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे !
सकारात्मक भाव के जोशपूर्ण रचना बधाई .
आपका पोस्ट रोचक लगा । मेरे नए पोस्ट नकेनवाद पर आपका बेसब्री से इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
खुदा करे आपको पढने का जूनून कभी कम ना हो...
बहुत ही बढ़िया, वाह !!!!
सुन्दर प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे !अतिरिक्त जोश और ओज की कविता .भरोसे और विश्वास की कविता ,जीवन में आस की कविता .खुद पे विश्वास की कविता .बधाई .
जीतना है अगर तो हारने पर हिम्मत न टूटे,
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे !
babli jee main ise ghazal nahi kahunga..rachna sundar hai...ghazal ka bhram karati hai..par radif kafia badal gaye hain. behtarin sadar bahdhayee
एक प्रेरक रचना!!
bahut sundar gazal .... apka blog achha laga . .. meri azalo ko dekhne ke liye aapka amantran hai ..
ओह! उर्मी जी
बहुत ही भावपूर्ण और प्रेरक लगी आपकी यह प्रस्तुति.
प्रोफाइल में बबली से उर्मी हो जाना और
नए चित्र में लाल कोट का सफ़ेद हो
जाना भी अच्छा लगा.
अब तो लगता है आपके लिखने का अंदाज भी
बदल जाने वाला है क्या.
हौसला न टूटे.यही असली इन्सान की पहचान होती हैं
हर ख्वाइश पूरी हो जिसकी ऐसा कोई इंसान नहीं,
हर कदम पे हार जाये कुछ भी हो वह तूफ़ान नहीं !
बहुत खूब...
सादर...
जीतना है अगर तो हारने पर हिम्मत न टूटे,
जीवन में किसी मुकाम पर हौसला न छूटे
अच्छी रचना बबली जी,लेखनी का हौसला न छूटे .
बहुत ही सुन्दर रचना बधाई और शुभकामनायें |
वाह ...! बहुत सुन्दर ...!
आपका पोस्ट पर आना बहुत ही अच्छा लगा मेरे नए पोस्ट "खुशवंत सिंह" पर आपका इंतजार रहेगा । धन्यवाद ।
आशावादी एवं हौसला बढ़ाने रचना निसंदेह ही
सराहनीय है।
Bahut Khoob
Neeraj
बहुत खुबसूरत रचना! Merry Christmas and a Happy New Year!
नव वर्ष मंगलमय हो ..
बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनायें
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