सिर्फ़ इतना सिर्फ़ इतना ही कहा है प्यार है तुमसे, जज़्बात ने मेरे कोई साज़िश नहीं की ! प्यार के बदले में सिर्फ़ प्यार माँगा है, किसी रिश्ते की कोई गुज़ारिश नहीं की ! चाहो जब भुला देना तुम हमें दिल से, सदा याद रखने की सिफ़ारिश नहीं की ! ख़ामोशी से तूफ़ान को भी सह लेते हैं जो, उन बादलों ने इज़हार की बारिश नहीं की ! तुम्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना, और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की ! |
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Thursday, June 9, 2011
Posted by Urmi at 7:38 PM
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41 comments:
वाह क्या समर्पण है ...
ख़ामोशी से तूफ़ान को भी सह लेते हैं जो,
उन बादलों ने इज़हार की बारिश नहीं की !
kuch hatke ... bahut hi badhiyaa
मम्स्परसी रचना को साधुवाद ,आपको पढ़ा लेखन सराहनीय है यूं ही
लेखनी सत्तत गतिमान रहे ,शुक्रिया जी /
तुम्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना,
और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की !
बहुत सुंदर ...
चाहो जब भुला देना तुम हमें दिल से,
सदा याद रखने की सिफ़ारिश नहीं की !
kuch khas hain in lines main
ख़ामोशी से तूफ़ान को भी सह लेते हैं जो,
उन बादलों ने इज़हार की बारिश नहीं की !
बहुत बढ़िया.
सादर
this is what we call selfless love !!
हम जानते है कि आप गज़ब की फनकार हैं बबली जी
इसीलिए कभी हमने आपके हुनर की आज़माइश नही की
तुम्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना,
और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की !
...भावमयी प्रस्तुति हेतु आभार...
बहुत सुन्दर...बेहद भावपूर्ण पंक्तियां...
प्यार के बदले में सिर्फ़ प्यार माँगा है,
किसी रिश्ते की कोई गुज़ारिश नहीं की !
बहुत सुन्दर
इस कविता में लगता है सारे शब्द सीधे दिल से निकल कर आए हैं। बहुत अच्छी लगी आओअकी यह नज़्म।
वाह वाह बहुत सुन्दर ख्याल प्रस्तुत किया है।
समर्पण की भावना को लेकर लिखी गई
बहुत सुन्दर ग़ज़ल!
चाहो जब भुला देना तुम हमें दिल से,
सदा याद रखने की सिफ़ारिश नहीं की
दिल को छू लेने वाली ग़ज़ल हर शेर खुबसूरत , बधाई
प्यार के बदले में सिर्फ़ प्यार माँगा है,
किसी रिश्ते की कोई गुज़ारिश नहीं की
wah wah ..lajavab
rachana
बहुत सुन्दर ख्याल प्रस्तुत किया है। धन्यवाद|
You just keep telling good poem - (aur kisi cheej ki gujarish nahin).
Very good poem
भोले प्रेम की भोली अभिव्यक्ति. बहुत सुंदर.
उम्दा ख्याल-बेहतरीन अभिव्यक्ति!!
ख़ामोशी से तूफ़ान को भी सह लेते हैं जो,
उन बादलों ने इज़हार की बारिश नहीं की !
बहुत सुंदर
साभार- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
वाह, क्या बात है.बहुत बढ़िया तरह से इज़हार किया है.
उर्मी जी ..आस्था और विश्वास दृढ होनी ही चाहिए ! जो हमारे पथ निर्धारण करते है ! बहुत सुन्दर
सुन्दर
प्यार के बदले में सिर्फ़ प्यार माँगा है,
किसी रिश्ते की कोई गुज़ारिश नहीं की !
Bahut baehatareen panktiyan....sach me apki is rachna me samarpan aur prem ko sahi mayne me rekhankit kiya gaya hai....
Poonam
पूर्ण समर्पित
चाहो जब भुला देना तुम हमें दिल से,
सदा याद रखने की सिफ़ारिश नहीं की !
....लाज़वाब समर्पण...बहुत ख़ूबसूरत गज़ल..
तुम्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना,
और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की !
बहुत ही खूबसूरत....वाह...
म्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना,
और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की !
ये पंक्तियाँ बहुत खूबसूरत हैं उर्मि जी !
चाहो जब भुला देना तुम हमें दिल से,
सदा याद रखने की सिफ़ारिश नहीं की !
ख़ामोशी से तूफ़ान को भी सह लेते हैं जो,
उन बादलों ने इज़हार की बारिश नहीं की !
..adbhoot rachana
badhai
सुंदर कहन बधाई |
Aah...bahut sundar likha hai...
चाहो जब भुला देना तुम हमें दिल से,
सदा याद रखने की सिफ़ारिश नहीं की !
बहुत ही प्यारा शेर...
बहुत मासूम-सी ग़ज़ल...
बहुत खूब.
प्यार के बदले में सिर्फ़ प्यार माँगा है,
किसी रिश्ते की कोई गुज़ारिश नहीं की
खूबसूरत गज़ल
भावमयी प्रस्तुति
किसी रिश्ते की कोई गुज़ारिश नहीं
waah kya baat h....dil ke taaro ko chhoo jane wali kavita........:)
REGARDS
NAVEEN SOLANKI
http://drnaveenkumarsolanki.blogspot.com/
atyant sundar kavita ban pada hai....abhar
tuhari iltja aur gujarish-o-dard ko bade hi maasumiyat ke saath kaghaz ke seene pe utaar diya..waah..waah..bahut hi sundar rachna....
बबली जी प्रियतम के प्रति सुन्दर सहज समर्पण जब प्यार से नजरों में बस दिलदार पर छा गयी तो और क्या मांगोगी -बधाई हो
तुम्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना,
और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की !
शुक्ल भ्रमर ५
तुम्हें ही तो माना है हमनें सब कुछ अपना,
और तो किसी चीज़ की ख्वाइश नहीं की !
यह तो प्यार की परिकाष्ठा है,पूर्ण समर्पण ओर भक्ति की सुन्दर अभिव्यक्ति है.आपका मै किन शब्दों में आभार प्रकट करूँ इस अनुपम प्रस्तुति के लिए.
मेरे ब्लॉग पर आप आकर मुझे अत्यंत खुशी प्रदान करती हैं.आपकी सहृदयता को दिल से नमन.
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मेरे यूरोप का टूर आनंदकारी रहा.आठ देशों को थोडा थोडा देखने का मौका मिला. यू.के.,हालैंड,बेल्जियम,फ्रांस ,जर्मनी,स्विजरलैंड,
इटली ओर वैटिकन सिटी.
chitr sahit sabhi rachanaye pasand aayi babali.sadhuwad
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